भिलाईनगर 19 नवंबर 2023 :-दुर्ग जिले की छह विधानसभा सीटों पर शुक्रवार को औसत 71.59% मतदान हुआ है, जो पिछले बार के मतदान 72.17% से 0.58% अधिक है। इनमें 72.29% पुरुष और 70.89% महिला मतदाताओं ने अपनी पसंद की सरकार चुनने मताधिकार का उपयोग किया है। हर बार की तरह पाटन में सबसे ज्यादा 84.27% और वैशाली नगर में सबसे कम 65.71% मतदान हुआ है। महिलाओं में इस बार पहले की अपेक्षा अधिक उत्साह देखा गया, हालांकि मतदान का प्रतिशत पुरुषों की तुलना में 1.04% कम है। दुर्ग शहर में मतदान कम होने पर कांग्रेस को नुकसान का अंदेशा है अहिवारा में ज्यादा मतदान होने से भाजपा फायदे में 1.94 लाख महिला और 1.82 लाख पुरुष वोटर्स ने नहीं डाले वोट दुर्ग जिले में 71.59% पर मतदान हुआ नहीं महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में 1.40% कम वोट डाले हैं अच्छे विधानसभा में 477 38 1 पुरुष 47 3 974 महिलाओं ने अपने मत का प्रयोग किया।
2008 के परिसीमन के बाद जिले में बनी तीन नई सीटों पर परिणामों को देखें तो वैशाली नगर में वोट प्रतिशत कुछ भी रहे भाजपा ही जीतती रही है। दुर्ग ग्रामीण में मतदान प्रतिशत बढ़ने का फायदा बारी- बारी से कांग्रेस और बीजेपी को मौका मिलता रहा। अहिवारा में ज्यादा मतदान. होने से भाजपा लाभ में रही है। वहीं भिलाई नगर की जनता बारी-बारी से भाजपा और कांग्रेस को मौका देती रही है। दुर्ग शहर में मतदान कम होने पर कांग्रेस को नुकसान होता रहा है। इस बार सभी सीटों पर 2018 के चुनाव के बराबर मतदान प्रतिशत ने चुनावी पंडितों को अचरज में डाल दिया है।
भिलाई नगर : 30 साल से जनमत बदलने का रिकॉर्ड वोटिंग 66.34%, पुरुष 66.79%, महिला 65.88%
पिछले चार चुनावों के औसत नतीजे देखें तो यहां भाजपा को 47.49 और कांग्रेस को 42.61% वोट मिलते रहे हैं। 2008 में बीडी कुरैशी ने प्रेमप्रकाश पांडेय को 8.66% और इससे पहले 2013 में पांडेय ने कुरैशी को 16.09% वोट के अंतर से हराया था। 2018 के चुनाव में पांडेय और कांग्रेस के देवेंद्र यादव के बीच कड़ा मुकाबला में जीत-हार का अंतर मात्र 2.69% रहा। 1993 के बाद से बारी-बारी दोनों दल को मौका देने वाले विस में कांग्रेस का जनाधार 42.61%, भाजपा का 45.83% रहा है।
वैशाली नगर ः वोटर्स सबसे ज्यादा, लेकिन मतदान कम वोटिंग 65.71%, पुरुष 66.27%, महिला 65.15%
2003 में परिसीमन बाद अस्तित्व में आई वैशालीनगर सीट पर अब तक तीनों चुनाव में भाजपा को जीत (एक बार उपचुनाव में कांग्रेस को ) मिली है। 2013 में भाजपा के विद्यारतन भसीन ने 17.58% और इससे पहले 2008 में सरोज ने 17.48% के अंतर से जीत दर्ज की थी। 2018 के चुनाव में भाजपा को 49.72% और कांग्रेस को 37.39% वोट मिले थे। यहां कांग्रेस को औसत 34.49% और भाजपा को 52.02% वोट मिलते रहे हैं। कांग्रेस को 17.53% वोट के अंतर की खाई को पाटना होगा।
दुर्ग शहर: कांग्रेस ने लगाई 15% की सीधी छलांग वोटिंग 66.36%, पुरुष 67.07%, महिला 65.67%
दुर्ग शहर में भी कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला हमेशा घमासान रहा है। तीन-चार प्रतिशत वोट के अंतर से फैसले होते रहे हैं। 2013 में अरुण वोरा 4.06% अधिक वोट पाकर चुनाव जीत गए। जबकि इससे पहले 2008 में भाजपा के हेमचंद यादव 0.61% के अंतर से जीते थे। 2018 में वोरा ने 15.15% के अंतर से भाजपा की चंद्रिका चंद्राकर को हराया। औसत मतों पर गौर करें तो कांग्रेस को यहां 43.26%, भाजपा को 45.50% वोट मिलते रहे हैं।इस बार वोट प्रतिशत पिछली बार की तरह है।
अहिवारा: जीत-हार का सबसे अधिक अंतर यहीं पर वोटिंग 72.02%, पुरुष 73.17%, महिला 70.84%2008 के चुनाव में कांग्रेस की प्रतिमा चंद्राकर ने 1.39% के अंतर से भाजपा के प्रीतपाल बेलचंदन को हराया था। इसके बदला भाजपा ने 2013 के चुनाव में ले लिया। रमशीला साहू ने प्रतिमा को 2.27% के अंतर से हराया। 2018 में कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू ने सीधे 18.26% के अंतर से भाजपा के जागेश्वर साहू को हरा दिया। इस बार पिछले बार की तरह 74% ही मतदान हुआ है। यहां दोनों प्रमुख दलों के औसत वोट बैंक में बहुत ही मामूली 0.44% का अंतर है।
2008 के चुनाव में कांग्रेस की प्रतिमा चंद्राकर ने 1.39% के अंतर से भाजपा के प्रीतपाल बेलचंदन को हराया था। इसके बदला भाजपा ने 2013 के चुनाव में ले लिया। रमशीला साहू ने प्रतिमा को 2.27% के अंतर से हराया। 2018 में कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू ने सीधे 18.26% के अंतर से भाजपा के जागेश्वर साहू को हरा दिया। इस बार पिछले बार की तरह 74% ही मतदान हुआ है। यहां दोनों प्रमुख दलों के औसत वोट बैंक में बहुत ही मामूली 0.44% का अंतर है।
दुर्ग ग्रामीणः दोनों दल को बारी-बारी परख रही जनता वोटिंग 74.77%, पुरुष 75.23%, महिला 74.2%
2008 के चुनाव में कांग्रेस की प्रतिमा चंद्राकर ने 1.39% के अंतर से भाजपा के प्रीतपाल बेलचंदन को हराया था। इसके बदला भाजपा ने 2013 के चुनाव में ले लिया। रमशीला साहू ने प्रतिमा को 2.27% के अंतर से हराया। 2018 में कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू ने सीधे 18.26% के अंतर से भाजपा के जागेश्वर साहू को हरा दिया। इस बार पिछले बार की तरह 74% ही मतदान हुआ है। यहां दोनों प्रमुख दलों के औसत वोट बैंक में बहुत ही मामूली 0.44% का अंतर है।
पाटनः छह फीसदी जनता बदल देती है नतीजे वोटिंग 84.27%, पुरुष 85.04%, महिला 83.51%
चाचा भूपेश बघेल और भतीजे विजय बघेल के बीच हुए चुनाव का आंकलन करें तो पाटन की 6 फीसदी जनता हैं, जिनके पाला बदलने से नतीजे बदल गए। 2013 में भूपेश बघेल ने 6.05 और इससे पहले 2008 में विजय बघेल ने 6.03% वोट के अंतर से जीत दर्ज की थी। भूपेश को 47.47% और विजय को 40.97% वोट मिले। 2003 के चुनाव में विजय को 47.95% और भूपेश को 41.58% वोट। यहां कांग्रेस का 40.69% और भाजपा का 37.24% औसत वोट मिलते रहे हैं।