टाउनशिप में डेंगू की रोकथाम के लिए इस्पात नगरी में युद्ध स्तर पर प्रयास जारी…..

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भिलाई नगर 30 अगस्त 2023 :- इस्पात नगरी, भिलाई, दुर्ग जिला में डेंगू की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर भिलाई इस्पात संयंत्र, जिला प्रशासन और अन्य एजेसिंयों द्वारा समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं। घर-घर, गली-गली और सेक्टरों में लगी हुई टीम के 94 सदस्यों द्वारा सेक्टर-2, 4, 6 के साथ ही पूरे टाउनशिप में सघनता के साथ कार्य किया जा रहा है।

भिलाई इस्पात संयंत्र के जनस्वास्थ्य विभाग और जिला मलेरिया उन्मूलन विभाग, स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की देखरेख में पूरी गति से सर्वे और जनजागृति लाने का प्रयास किया जा रहा है। आज 30 अगस्त 2023 को भी कई प्रभावित सेक्टरों में विशेष मुहिम के तहत डेंगू के खिलाफ अभियान चलाया गया। घर-घर जाकर पानी एकत्र किए जाने वाले स्थानों का सर्वे, खाली करवाना और दवाओं का छिड़काव, फाॅगिंग, आॅयलिंग, टेमीफाॅस का वितरण और बैकलाइन में फाॅगिंग एवं दवाओं का स्प्रे युद्धस्तर पर किया गया।  

ज्ञात हो कि कल जिलाधीश दुर्ग श्री पुष्पेन्द्र मीणा, आयुक्त श्री रोहित व्यास, अपर आयुक्त श्री अशोक द्विवेदी,  मुख्य महाप्रबंधक (नगर सेवाएं एवं सीएसआर) श्री जे वाय सपकाले जी ने डेंगू प्रभावित सेक्टरों का निरीक्षण किया और चलाए जा रहे कार्यों की समीक्षा भी की। विदित हो कि दुर्ग जिला और इस्पात नगरी भिलाई में डेंगू के बढ़ते प्रकरणों के रोकथाम के लिये भिलाई इस्पात संयंत्र के जनस्वास्थ विभाग एवं जिला मलेरिया विभाग, दुर्ग द्वारा संयुक्त रूप से वृहद सर्वेक्षण, लार्वानाशी के निःशुल्क वितरण एवं जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

30 अगस्त को समाचार लिखे जाने तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार इस्पात नगरी के विभिन्न सेक्टरों में 73 सर्वे कर्मियों के माध्यम से नगर सेवा विभाग के जनस्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों के मार्गदर्शन में मच्छरों को समाप्त करने और मच्छरों की उत्पत्ति को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

सेक्टर-2 में सड़क 1 से 14 तक, सेक्टर-4 में सड़क 19 से 27 तक, सेक्टर-6 में जमा पानी को खाली करना, दवाओं का छिड़काव, फाॅगिंग, आॅयलिंग, बैकलाइन में विशेष प्रयास किए गए। इसके साथ ही उपरोक्त सेक्टरों के सभी क्षेत्रों में भी अभियान जारी रहा। इसके साथ ही विभिन्न सेक्टरों के सार्वजनिक स्थलों-धार्मिक स्थल, स्कूल, बाजार के क्षेत्र में भी छिड़काव और फाॅगिंग की गई।

30 अगस्त के रिपोर्ट के अनुसार इस्पात नगरी के कुल 1191 घरों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें से 1055 पात्रों, कूलर और अन्य जल एकत्र किए स्थानों का सर्वे किया और उन्हें साफ भी करवाया गया। सर्वेक्षण अभियान में लार्वा पाए गए 44 घरों में एकत्रित जल की सफाई की गयी और दवा का छिड़काव किया गया। इस सर्वेक्षण अभियान के तहत 48 घरों में स्प्रे किया गया तथा 613 घरों में टेमीफाॅस दवाई का वितरण किया गया। पूरे सेक्टर-2 क्षेत्र में वाटर फाॅगिंग का कार्य किया गया।

साथ ही सेक्टर-1, 2, 4 तथा 6 में पाम्पलेट वितरण कर डेंगू के लक्षण, रोकथाम के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर लोगों को जागरूक किया गया। इसके अतिरिक्त सेक्टर-2 के सड़क 1 से 12 तक के बैकलाइन क्षेत्र में आयलिंग वर्क, मिस्ट ब्लोवर मशीन के माध्यम से स्प्रे, पोर्टेबल फाॅगिंग मशीन की सहायता से फाॅगिंग का कार्य किया गया। इसी प्रकार सेक्टर-4 के सड़क 19 से 27 तक के बैकलाइन क्षेत्रों में आयलिंग वर्क, सड़क 19 से 24 तक में स्प्रे तथा सड़क 19 से 26 तक में पोर्टेबल फाॅगिंग मशीन के माध्यम से फाॅगिंग किया गया।    

इसके साथ ही नुक्कड़ नाटक, बैनर, पोस्टरों के माध्यम से मंदिर, स्कूल व चौक-चौराहों जैसे सार्वजनिक स्थलों पर भी डेंगू के प्रति जागृति लाने के प्रयास किया जा रहा है। सेक्टरों में गली-गली जमा पानी को खाली करना और दवाओं का छिड़काव किया गया। भिलाई टाउनशिप क्षेत्र के रहवासियों को टेमीफाॅस का वितरण कर, साफ-सफाई रखने, वर्षा जल को जमा न होने देने, मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह दी गई। इस्पात नगरी क्षेत्र के सभी निवासियों से अनुरोध है कि वे सतर्क हो जाये और मच्छरों और लार्वा को समाप्त करने के लिये सामूहिक रूप से निरंतर प्रयास करें। 

डेंगू पर नियंत्रण हेतु संयंत्र के जन स्वास्थ्य विभाग ने, भिलाई की प्रबुद्ध जनता से अपील की है, कि मच्छर नियंत्रण हेतु व्यक्तिगत स्तर पर किये जा सकने वाले उपाय में सहयोग करें। स्वयं भी सुरक्षित रहें एवं दूसरों को भी सुरक्षित रखें।


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