रायपुर 20 जुलाई 2023 :देश में आज ये एक बहुत ही गंभीर विषय है कि आज 21 वीं सदी में हम लोग पहुँच तो गए लेकिन अपने संस्कार भूलते जा रहे है छोटी सी जमीन, प्रॉपर्टी, बिज़नेस और पैसों के लिए एक दुसरें के खून के प्यासे हो रहे है.. षड्यंत्र रच रहे है किसके खिलाफ सामने कौन है ये भी नहीं देख रहे है…..जहाँ एक और देश डिजिटल हो रहा है वहीं लोग अपनों से दूर हो रहे है जहाँ सबको पैसा और पावर चाहिए जिसके लिए वो अपनों को भी ठगने से नहीं डर रहे है जहाँ कभी भाई-भाई आपस में मिलकर साथ रहते साथ व्यापार करते थे आज 21 वीं सदी में संपत्ति के लिए एक दुसरे के खून के प्यासे हो गए है कोर्ट-कचहरी तक पहुँच गए है षड्यंत्र पर षड्यंत्र रच रहे है पता नहीं इसका अंत क्या होगा?
जिस पिता ने अपने पुत्रों को पाल पोस कर पढ़ा लिखा कर अपना व्यवसाय संभालने के लिए तैयार किया उसी पुत्रों ने संपत्ति की लालच में अपने पिता और मझले भाई को कूट रचित दस्तावेज के आधार पर कंपनी के डायरेक्टर पद से बेदखल कर दिया इतना ही नहीं बड़े व छोटे भाई ने पिता को कंपनी में घुसने में भी रोक लगा दी यह वाक्य राजधानी के धनाढ्य परिवार में घटित हुई है मझले भाई की शिकायत पर पुलिस ने बड़े भाई और छोटे भाई सहित उनकी पत्नियों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध कायम कर मामले की विवेचना कर रही है।
पिता की संपत्ति को लेकर बड़े भाइयों में ऐसा लालच आया की छोटे भाई और पिता को ही कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया…जिस पिता और भाई ने कई सालों मिलकर कंपनी में काम किया उन्हें ही कंपनी के डायरेक्टर पद से बेदखल कर दिया गया… हमने अब तक सुना था बड़े भाई पिता सामन होते है छोटे भाई और माता-पिता को साथ लेकर चलते है लेकिन ये क्या रायपुर की एक प्रतिष्टित परिवार की लड़ाई देखकर ये बात पूरी तरह गलत साबित हो रही है
दरअसल, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बड़े भाई के द्वारा अपने छोटे भाई को कंपनी से बाहर निकालने का मामला सामने आया है ये हम नहीं रायपुर निवासी अभय गोयल द्वारा अपने भाइयों पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर पिता की सारी संपत्ति कॉम्पनी हड़पने और कंपनी से बाहर निकालने का आरोप लगाया गया है और इसकी लिखित शिकायत उनके द्वारा कोतवाली थाना रायपुर में करवाई गई है…पिडित मझले भाई अभय गोयल ने Steel City online से चर्चा करते हुए लगाया आरोप… अभय गोयल के अनुसार
मेरे पिता राजेश्वर शरण गोयल की श्री ग्लोबल गुलाल प्रा.लि. नाम की कंपनी है जिसमें मैं, मेरे पिता राजेश्वर शरण गोयल और मेरे दोनों भाई कंपनी के डायरेक्टर थे…. वर्तमान में हमारी कंपनी में कुल 7 शेयर होल्डर है जिनका नाम राजेश्वर शरण गोयल, उमंग गोयल, लक्ष्मी गोयल, अनुज गोयल, रेन गोयल और अभय गोयल, रुचिका गोयल है..
वहीं, उमंग गोयल, लक्ष्मी गोयल, अनुज गोयल और रुचिका गोयल द्वारा कंपनी के शेयर होल्डरों को बताए बगैर शेयर होल्डरों की मीटिंग बुलाए कम्पनी में मनमाने ढंग से काम कर पैसों में हेराफेरी की गई जिसके बाद मेरे पिता राजेश्वर शरण गोयल द्वारा उन्हें डाटा-फटकारा गया था. वहीं उसके बाद पिता से उमंग गोयल और अनुज गोयल द्वारा माफ़ी मांग उनके द्वारा कहा गया था कि मेरे की आचरण या व्यापारिक डील, ढील-ढाल करूँगा तो आप हमें कंपनी या किसी भी संपत्ति से बेदखल कर देना.. आपका निर्णय मेरे लिए कानूनी वैध होगा यह लिखित में दिया था ….लेकिन उसके बाद भी मेरे भाइयों द्वारा मुझे मेरे पिता और मेरी पत्नी को अपने ही पिता की कंपनी में जाने से रोका जाने लगा था…..
तब हमारे द्वारा इसका विरोध किया गया वहीं कुछ समय बाद हमने मिनिस्ट्री ऑफ़ कार्पोरेट अफेयर्स की साईट देखा तो हमें पता चला की मुझे और मेरे पिता को श्री गणेश ग्लोबल गुलाल प्रा.लि. के डायरेक्टर के पद से हटा दिया गया है … उन्होंने कम्पनी एक्ट की विधि का भी पालन नहीं किया और साजिश रच मुझे और पिता को भाइयों द्वारा अपनी ही कंपनी श्री गणेश ग्लोबल गुलाल प्रा.लि. के डायरेक्टर के पद से हटा दिया गया….
उनके द्वारा षड्यंत्र रचा गया. जब उक्त साईट के अवलोकन से हमें यह भी पता चला कि मेरे भाइयों द्वारा यह जानते हुए भी कि मैं और मेरे पिता 33 टैगौर नगर रायपुर में रहते है उसके बावजूद उनके द्वारा षड्यंत्र रच खुद अपने पते पर मकान नंबर बी / 34 टैगौर नगर रायपुर के पते पर मुझे और मेरे पिता को कंपनी के डायरेक्टर के पद से हटाने के लिए पत्र भेजा गया……
वहीँ,अभय गोयल ने आरोप है कि उमंग गोयल, लक्ष्मी गोयल (भाभी), अनुज गोयल और रुचिका गोयल (भाभी) के द्वारा (छल) साजिश करके कूटरचित दस्तावेज तैयार कर मेरी माँ के हत्ताक्षर उस पत्र में लिया गया…
वहीँ इस मामले में वहीँ मामले में अभय गोयल द्वारा उमंग गोयल, लक्ष्मी गोयल, अनुज गोयल, रुचिका गोयल के खिलाफ अपराध धारा 420,409,469,461,120 (बी), 34 भादवि प्राथमिकी दर्ज की गई है..