बीएसपी द्वारा टाइपिकल मिस्टेक के लिए उद्योगों को 1 वर्ष का प्रतिबंध करना अन्यायपूर्ण -: के.के.झा

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भिलाईनगर। एमएसएमई जिला उद्योग संघ, दुर्ग के अध्यक्ष के.के.झा ने कहा है कि एमएसएमई उद्योगों द्वारा टेंडर भरते समय एक टाइपिकल मिस्टेक के लिए बीएसपी द्वारा उन्हें 1 वर्ष के लिए प्रतिबंधित करना अन्यायपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि जो उद्योग पिछले 40 -50 वर्षों से बीएसपी पर आश्रित हैं, उन्हें 1 वर्ष के लिए बंद कर दिया जाएगा तो इन उद्योगों का क्या होगा ? यहां के श्रमिक कहां जाएंगे, श्रमिक और मालिक सब बेकार हो जाएंगे। बैंकों का ट्रांजैक्शन, बिजली, सेल टैक्स, इनकम टैक्स सब कुछ ठप हो जाएगा। ऐसी स्थिति में यह उद्योग भविष्य में नहीं उठ पाएंगे।

झा ने कहा कि एमएसएमई उद्योगों को बचाने एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड लोन के तहत तीन- तीन बार मदद की। वे एमएसएमई उद्योगों को बढ़ाने के लिए क्रांति की बात कर रहे हैं। एमएसएमई उद्योगों के लिए अलग से मंत्रालय खुला हुआ है। और यहां ठीक इसके विपरीत बीएसपी प्रबंधन द्वारा एक छोटी सी गलती पर उद्योगों को बंद करने की कार्यवाही की जा रही है। श्री झा ने कहा कि बीएसपी के अधिकारी यदि यही गलती करें तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती।

झा ने कहा कि एमएसएमई एवं एंसीलरी के यहां सौ से डेढ़ सौ यूनिट हैं फिर मात्र कुछेक उद्योगों को किस कैटेगरी में लाकर इतने काम और इंक्वायरी दिया गया यह जांच का विषय है।
झा ने कहा कि यहां के एमएसएमई उद्योग के पास पिछले 3 वर्षों में जो भी ऑर्डर पेंडिंग रहा, ऐन कैन प्रकारेण बीएसपी ने दबाव डालकर 90त्न माल सप्लाई करवा लिया है। मात्र 10त्न पुराना माल बचा है उसे भी सप्लाई करने के लिए आरपीएन का दबाव बनाया जा रहा है जिसका अब कोई मायने नहीं।
झा ने कहा कि आरपीएन और कैंसिलेशन जैसे मुद्दों पर बात करना अब बेकार है। मेन मुद्दा है टाइपिकल मिस्टेक होने पर 1 वर्ष का बैन न करना, 5 ऑर्डर के तहत कार्य न रोकना, सहायक उद्योगों के लिए जो आइटम रिजर्व है उन्हें रिजर्व ही रखना, जिस उद्योग की जितनी क्षमता है उस क्षमता के अनुरूप एक समान इंक्वायरी देना, किसी प्रकार का केटेराइजेशन ना करना, जब तक की उद्योगों की स्थिति सुधर नहीं जाए।

झा ने कहा हालांकि बीएसपी मैनेजमेंट और हायर अथॉरिटी ने एमएसएमई उद्योगों के लिए रिजर्व आइटमों में छेडख़ानी पर तत्काल रोक लगाई है जो सराहनीय है। उद्योगों की कैटेगरी के लिए जो कमेटी बनी है हमें आशा है कि वह सही निर्णय लेगी।
झा ने कहा कि अभी जो मैनेजमेंट है उसके यूनिट हेड एवं मुखिया सीईओ अनिर्वाण दासगुप्ता उद्योगों को लेकर बहुत ही सही कदम उठा रहे हैं। निश्चित तौर पर यहां के एमएसएमई उद्योगों को इसका लाभ मिलेगा। श्री झा ने बताया कि यह पूरी जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय इस्पात मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह, एमएसएमई केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे, सेल चेयरमैन सोमा मंडल, स्थानीय सांसद विजय बघेल, क्षेत्रीय विधायक देवेंद्र यादव, बीएसपी के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता के साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी पत्र के माध्यम से प्रेषित किया गया है।


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