कबीरधाम। 23 मई 2022 को थाना भोरमदेव में सुखदेव सिन्हा ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि यह अपने बाईक से भोरमदेव लालपुर होते हुए कवर्धा आ रहे थे कि रामचुवा के आसपास लगे बटालियन कैम्प के आसपास तीन अज्ञात व्यक्ति मोटर सायकल मे सवार होकर रास्ता रोककर धमकी चमकी देकर उसे बखारी जंगल की तरफ ले जाकर पास रखे नगदी रकम 15,000 रूपये एवं मोबाईल को लूट कर भाग गये, कि उक्त घटना की रिपोर्ट थाना में प्राप्त होने पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 392,34 भादवि का अपराध कायम कर घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक कबीरधाम को अवगत कराया गया।डॉ. लाल उमेद सिंह, पुलिस अधीक्षक कबीरधाम ने मामले को संज्ञान में लेते हुए अज्ञात आरोपियों की त्वरित पतासाजी किये जाने श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कबीरधाम के नेतृत्व में संजय धु्रव उप पुलिस अधीक्षक एवं थाना भोरमदेव-कवर्धा की टीम गठित कर आसपास के लोगो से पूछताछ किया गया।
इसी दौरान विष्वसनीय सुत्रों से जानकारी प्राप्त हुई कि ग्राम सरेखा का संजय साहू को घटना दिनंाक अवधि के आसपास इसके दो अन्य साथियों के साथ संदेहास्पद स्थिति में देखा गया है, कि उक्त जानकारी के आधार पर संदेही संजय साहू पिता लखन साहू ग्राम सरेखा थाना कवर्धा की पतासाजी कर घेराबंदी कर पकड़कर पुछताछ करने पर बताया कि यह 22 मई 2022 की शाम को ग्राम चिमरा के दो अन्य साथी सीयाराम साहू एवं खेमराज उर्फ अजय मानत्रे के साथ मोटर सायकल क्रमांक सीजी 09 जेई 3857 में बैठकर भोरमदेव की ओर जा रहे थे, कि सामने की ओर से एक मोटर सायकल में सवार अकेले व्यक्ति को देखकर उसे रूकवाकर बखारी कोना जंगल की ओर सुनसान जगह मे ले जाकर धमकी-चमकी देकर उसके पास रखे नगदी रकम एवं मोबाईल फोन को लूट कर भाग जाने एवं लूट की रकम एवं मोबाईल को आपस में बांट लिये जाने की बात बताई।
संदेही संजय साहू द्वारा बताये उक्त तथ्य के आधार पर ग्राम चिमरा निवासी सीयाराम साहू एवं खेमराज उर्फ अजय मानत्रे को भी घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया तथा उनके कब्जे से लूट की रकम एवं मोबाईल फोन को विधिसंगत् जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया तथा गिरफ्तार तीनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड में पेश किया गया है। उक्त संपूर्ण कार्यवाही में थाना भोरमदेव से सहायक उप निरीक्षक बीरबल वर्मा, जयराम विश्वकर्मा, प्रधान आरक्षक बिरेन्द्र ठाकुर, आरक्षक वेदप्रकाश ठाकुर, आरक्षक जीतराम चंद्रवंशी एवं थाना कवर्धा से सहायक उप निरीक्षक आशीष सिंह एवं सैनिक अनिल पाण्डेय का सराहनीय योगदान रहा है।