रायपुर 3 मई 2024:- छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा एवं अनवर ढेबर की संपत्तियां जब्त की है
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर आरोपियों की जब्त की गई संपत्तियों की जानकारी दी है। इसमें 18 चल और 161 अचल संपत्ति सहित 205.49 करोड़ रुपए की संपत्ति शामिल है। अनवर ढेबर के जब्त की गई संपत्तियों में होटल वैनिंगटन समेत कई बिल्डिंग शामिल है।
ईडी द्वारा कुर्क की गई संपत्तियों में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा की 14 संपत्ति को कुर्क किया गया है, जिनकी कीमत 15.82 करोड़ रुपये हैं। 115 संपत्तियां अनवर ढेबर की हैं, जिसकी कीमत 116.16 करोड़ है। 3 संपत्ति विकास अग्रवाल की हैं, जिसकी कीमत 1.54 करोड़ है। 33 प्रॉपर्टी अरविंद सिंह की हैं, जिसकी कीमत 12.99 करोड़ है। अरुण पति त्रिपाठी की 1.35 करोड़ रुपये की एक संपत्ति को जब्त किया गया है। इसके अलावा, त्रिलोक सिंह ढिल्लों की 9 संपत्तियों को कुर्क किया गया है, जिसकी कीमत 28.13 करोड़ रुपये है। नवीन केडिया के 27.96 करोड़ रुपये के आभूषण भी कुर्क किए हैं। आशीष सौरभ केडिया / दिशिता वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की 1.2 करोड़ की संपत्ति और एक वाहन को कुर्क किया है, जिसकी कीमत 0.13 लाख है। अनवर ढेबर की कुर्क की गई संपत्तियों में उनकी फर्म ए ढेबर बिल्डकॉन के बैनर तले चल रहे होटल वेनिंगटन कोर्ट, रायपुर और एकॉर्ड बिजनेस टावर के नाम से एक कमर्शियल बिल्डिंग भी शामिल हैं।
इनके अलावा भारतीय दूरसंचार सेवा (ITS) के अधिकारी और एक्साइज विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी की 1.35 करोड़ रु की संपत्ति, त्रिलोक सिंह ढिल्लन की 28.13 करोड़ रु की नौ संपत्तियां, नवीन केडिया के 27.96 करोड़ रु के आभूषण और आशीष सौरभ केडिया/दिशिता वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की 1.2 करोड़ रु की चल संपत्तियां को कुर्क किया गया है।
ED ने बताया कि अनवर ढेबर कुर्क की गई सम्पत्तियों में रायपुर स्थित होटल वेनिंग्टन कोर्ट भी शामिल है, जो उनकी फर्म ढेबर बिल्डकॉन द्वारा चलाया जा रहा है। इसके अलावा एक व्यवसायिक इमारत ‘अकॉर्ड बिजनेस टॉवर’ भी शामिल है। कुर्क की गई सभी सम्पत्तियों की कुल कीमत 205.49 करोड़ रुपए है।
इससे पहले गुरुवार 2 मई को इस कथित शराब घोटाले की जांच केक्षसिलसिले में यूपी STF (विशेष कार्य बल) ने नोएडा के एक व्यवसायी विधु गुप्ता को गिरफ्तार किया था। इस कथित घोटाले जांच कर रही ईडी के एक उप निदेशक की शिकायत पर पिछले साल जुलाई में ग्रेटर नोएडा के कासना पुलिस थाने में एक FIR दर्ज की गई थी।
प्राथमिकी में जिन लोगों को आरोपी बनाया गया उनमें IAS अधिकारी एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व उद्योग सचिव अनिल टुटेजा, नेता अनवर ढेबर, IAS अधिकारी एवं छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग के पूर्व आयुक्त निरंजन दास, छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव एवं छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड (CSMCL) के प्रबंध निदेशक अरुण पति त्रिपाठी और नोएडा के कारोबारी विधु गुप्ता के नाम शामिल है।